दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास 10 नवंबर को हुए कार बम धमाके की जांच लगातार नए खुलासे कर रही है। अब जांच एजेंसी के हाथ एक और महत्वपूर्ण CCTV फुटेज लगा है, जिसमें मुख्य आरोपी डॉक्टर उमर फरीदाबाद की एक मोबाइल रिपेयर दुकान पर नजर आ रहा है। फुटेज में उमर अपने बैग से मोबाइल फोन निकालकर दुकानदार को देता दिखाई देता है। धमाके से ठीक पहले का यह वीडियो उसकी हर गतिविधि को नए सिरे से जोड़ता है।

जांच में पता चला है कि उमर और उसका साथी डॉ. मुज्जमिल पिछले कुछ महीनों से पाकिस्तानी हैंडलर के संपर्क में थे और वही उन्हें लगातार निर्देश दे रहा था। अल-फलाह यूनिवर्सिटी परिसर में रहने वाले दोनों आतंकी अक्सर ब्लॉक नंबर 17 के एक ही कमरे में रहते थे, जहां से उन्हें ऑपरेशनल गाइडेंस मिलती थी।

8 नवंबर को पुलिस ने यूनिवर्सिटी में छापेमारी कर स्विफ्ट कार से राइफल, पिस्टल और मैगजीन बरामद कीं। यह खबर फैलते ही उमर ने तुरंत अपने पाकिस्तानी हैंडलर को अपडेट दिया और साजिश के खुलने का डर बढ़ गया। हैंडलर ने उसे मेवात और आसपास के इलाकों में छिपने के निर्देश भी दिए ताकि पुलिस की पहुंच से दूर रहा जा सके।

जांच एजेंसियां अब नए CCTV वीडियो, हथियार बरामदगी और कॉल डिटेल रिकॉर्ड के जरिए इस मामले में आतंकियों के पूरे नेटवर्क की तह तक पहुंचने की कोशिश कर रही हैं।