रायपुर में अपराधों की बढ़ती घटनाओं के बीच कमल विहार में हुई एक सनसनीखेज वारदात ने शहर की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर प्रश्नचिह्न लगा दिया है। आरोप है कि कुख्यात हिस्ट्रीशीटर पूजा सचदेवा ने अपने साथियों के साथ मिलकर छात्र-छात्राओं को फ्लैट में बंधक बनाकर लूट, मारपीट और यौन उत्पीड़न जैसी कई जघन्य हरकतें कीं।

पूजा सचदेवा कथित रूप से खुद को पुलिस अधिकारी बताकर छात्रों को धमकाती थी। घटना वाले दिन उसने एक युवती व उसके साथियों पर गलत गतिविधियों का झूठा आरोप लगाकर उन्हें फ्लैट तक ले जाने के लिए मजबूर किया। कमरे में पहले से मौजूद तीन युवक भी इस आपराधिक योजना में शामिल थे।

कमरे में प्रवेश करते ही छात्रों को चाकू की नोक पर धमकाकर बंधक बनाया गया। अपराधियों ने न सिर्फ छात्रों से मारपीट की, बल्कि कैश, इलेक्ट्रॉनिक सामान और वाहन तक लूट लिया। पीड़िता से 7,000 रुपये नकद, ATM से 9,000 रुपये निकलवाए गए, जबकि लैपटॉप, मोबाइल, मोपेड और अन्य सामान सहित करीब 1.5 लाख रुपये की लूट की गई। युवतियों के साथ छेड़छाड़ और शारीरिक उत्पीड़न की बात भी सामने आई है।

पूजा सचदेवा का आपराधिक रिकॉर्ड

पूजा सचदेवा का नाम लंबे समय से हिस्ट्रीशीटर लिस्ट में शामिल है। उसके खिलाफ मारपीट, लूट, धमकी, छात्रावास में हमला और बलवा जैसे कई गंभीर केस दर्ज हैं। 2005 में पहला अपराध दर्ज होने के बाद भी उसका अपराधी सफर लगातार जारी रहा है।

पुलिस कार्रवाई पर उठे सवाल

पीड़ितों की शिकायत के बावजूद पुलिस द्वारा सिर्फ मारपीट का मामला दर्ज किया गया, जिससे स्थानीय लोग सवाल उठा रहे हैं कि इतने गंभीर आरोपों के बावजूद कठोर धाराएं क्यों नहीं जोड़ी गईं।
फिलहाल पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी है और जांच जारी है, लेकिन इस घटना ने नागरिकों में असुरक्षा की भावना बढ़ा दी है।