कोरोना वायरस का कहर अब धीमा पड़ गया है। जिस कारण छत्तीसगढ़ में सोमवार को स्कूल खोल दिए गए। 50 फीसदी उपस्थिति के साथ स्कूलों में पढ़ाई-लिखाई भी शुरू कर दी गई है। इस दौरान स्कूलों में प्रवेश उत्सव मनाया गया। शिक्षकों ने स्कूल आने वाले विद्यार्थियों का तिलक लगाकर और आरती उतारकर स्वागत किया।

बच्चों को स्कूल में प्रवेश से पहले कोरोना गाइडलाइन का पालन कराया गया। इसके बाद बच्चों को कक्षा में प्रवेश दिया गया है। शाला प्रवेश उत्सव के मौके पर स्कूलों में बच्चों को किताबें बांटी गई। इसके साथ ही मास्क का भी वितरण किया गया।

बता दें कि पिछले डेढ़ साल से घरों में रहकर ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे बच्चे जब आज स्कूल पहुंचे तो उनमें कुछ ऐसा उत्साह दिख रहा था मानो जैसे पहली बार जब नर्सरी में किसी बच्चे का एडमिशन करवाया जाता है और वह पूरा ड्रेस पहनकर बड़ी खुशी के साथ स्कूल जाता है। कुछ वैसा ही उत्साह बच्चों के चेहरे पर दिख रहा था।

आज साल भर के बाद यूनिफॉर्म में स्कूल पंहुचे बच्चों के स्वागत में स्कूलों के प्राचार्य से लेकर के पूरा स्टाफ बच्चों के स्वागत में लगा रहा। जैसे ही बचे स्कूल के मुख्य द्वार से भीतर घुसे तो कोरोना मापदंडों को ध्यान में रखते हुए उनका स्वागत किया गया।

बच्चों का चेक किया गया टेंप्रेचर

शिक्षकों ने छात्र-छात्राओं पर पुष्प वर्षा की गई, हार पहनाया गया, पानी उतारकर आरती की गई. इसके बाद तिलक लगाने के बाद बच्चों ने स्कूल में प्रवेश किया। टीचर्स ने भी फाइनली आज से ब्लैक बोर्ड पर पहले की तरह बच्चों को समझा कर पढ़ाना शुरू किया। इस दौरान कुछ स्कूलों में छोटी कक्षाओं के बच्चे भी फुल ड्रेसअप में पहुंच गए थे। उनका भी स्वागत किया गया। चूंकि उनकी कक्षाएं अभी शुरू नहीं हुई है इसलिए उनको वापस घर वापस भेज दिया गया ।

बता दें राजधानी रायपुर सहित पूरे प्रदेश भर में स्कूल आज से स्कूल खोल दिए गए हैं। जिसके बाद 11वीं और 12वीं के बच्चों ने आज से स्कूल जाना शुरू कर दिया है।